NCERT Solutions for Class 5 पर्यावरण अध्ययन Chapter 1 कैसे पहचाना चिंटी ने दोस्त को ?

एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 1)

प्रश्न 1.
क्या तुम्हारे साथ कभी ऐसा हुआ है?
(क) तुम स्कूल के मैदान में बैठे खाना खा रहे हो और चील आकर फुर्ती से तुम्हारी रोटी ले गयी?
उत्तर:
हाँ, ऐसा हुआ है।

(ख) तुम एक सोये हुए कुत्ते के पास से गुजरे और झट से उसके कान खड़े हो गये?
उत्तर:
हाँ, जब भी मैं सोये हुए कुत्ते के पास से गुजरा हूँ उसके कान खड़े हो गये हैं।

(ग) खाते समय तुम से कुछ मीठा जमीन पर गिर गया और कुछ ही पल में वहाँ चींटियों का झुण्ड इकट्ठा हो गया?
उत्तर:
हाँ, मीठा गिरते ही कुछ ही पल में वहां चींटियों का झुण्ड इकट्ठा हो जाता है।

प्रश्न 2.
क्यों होता है ऐसा? सोचकर बताओ?
उत्तर:
जानवरों की सूंघने, देखने, सुनने और महसूस करने की शक्ति मनुष्यों से ज्यादा होती है, इसलिये ऐसा होता है।

एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 1)
बताओ

प्रश्न 1.
इस चींटी को कैसे पता चला कि सामने वाली चींटियाँ दूसरी टोली की हैं।
उत्तर:
हर जानवर में एक विशेष तरह की गन्ध होती है जिससे इस चींटी को पता चल गया कि सामने वाली चींटी दूसरी टोली की है।

प्रश्न 2.
पहरेदार चींटी ने इस चींटी को कैसे पहचाना?
उत्तर:
पहरेदार चींटी ने एक विशेष प्रकार की गन्ध के कारण इस चींटी को पहचाना।

एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 2)
करके देखो और लिखो।
चीनी के कुछ दाने डालो, गुड़ या कोई मीठी चीज जमीन पर रखो। अब इंतजार करो, चींटियों के आने का। अब देखो ।

प्रश्न 1.
चींटी कितनी देर में आई?
उत्तर:
कुछ ही पल में वहाँ चींटियों का झुंड इकट्ठा हो गया।

प्रश्न 2.
क्या सबसे पहले एक चींटी आई यो सारा झुंड इकट्ठा आया?
उत्तर:
सबसे पहले एक चींटी आई फिर धीरे-धीरे सारा झुंड आया।

प्रश्न 3.
चींटियाँ खाने की चीज का क्या करती हैं?
उत्तर:
चींटियाँ खाने की चीजों को अपने बिल में जमा करती हैं।

प्रश्न 4.
वे उस जगह से कहाँ जाती हैं?
उत्तर:
वे उस जगह से अपने बिल में जाती हैं।

प्रश्न 5.
क्या वे एक-दूसरे के पीछे कतार में चलती हैं?
उत्तर:
हाँ, वे एक-दूसरे के पीछे कतार में चलती हैं।

एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 3)

प्रश्न 1.
अब ध्यान से, बिना किसी चींटी को नुकसान पहुँचाए, उस कतार के बीच में पेंसिल से कुछ देर चींटियों का रास्ता रोको।
देखो, अब चींटियाँ कैसे चलती है?
उत्तर:
चींटियाँ पेंसिल पर चढ़ कर अपना रास्ता बना लेती हैं।

प्रश्न 2.
क्या अब बता सकते हो, जब तुमने पेंसिल से चींटियों का रास्ता रोका, तब उनके ऐसे व्यवहार का क्या कारण था?
उत्तर:
चींटियाँ चलते समय जमीन पर कुछ गन्ध छोड़ती हैं, जिसे सँघकर पीछे आनेवाली चींटियों को रास्ता मिल जाता है। जब हम चींटियों का रास्ता रोकते हैं तो इसी कारण वे ऐसा व्यवहार करती हैं।

प्रश्न 3.
क्या तुम कभी मच्छरों से परेशान हुए हो? सोचो उन्हें कैसे पता चलता होगा कि तुम कहाँ हो?
उत्तर:
हाँ, मच्छर हमारे शरीर की गन्ध तथा शरीर की गर्मी से हमें ढूंढ़ लेते हैं।

एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 4)
प्रश्न 1.
हम कुत्तों के सँघने की शक्ति का इस्तेमाल कहाँ-कहाँ करते हैं?
उत्तर:
हम चोर पकड़ने में, बम ढूंढ़ने में और खोया हुआ सामान ढूंढने में कुत्ते के सूंघने की शक्ति का इस्तेमाल करते हैं।

प्रश्न 2.
किन-किन मौकों पर तुम्हारी सँघने की शक्ति तुम्हारे काम आती हैं? सूची बनाओ। उदाहरण के लिए खाने की गंध से उसके खराब होने का पता चलना, किसी चीज के जलने का पता चलना।
उत्तर:
खराब ख़ाने और जलने के अलावा बहुत मौकों पर पूँघने की शक्ति हमारे काम आती हैं जैसे फूलों की खुशबू, स्वादिष्ट भोजन की सुगंध, इत्र की खुशबू, रसोई में गैस का रिसाव तथा कचरे की बदबू।

प्रश्न 3.
तुम बिना देखे कितने जानवरों को उनकी गंध से पहचान सकते हो? उनके नाम लिखो।
उत्तर:
मैं कुछ जानवरों को बिना देखे उनकी गन्ध से पहचान सकता हूँ। जैसे कुत्ता।

प्रश्न 4.
किन्हीं पाँच ऐसी चीजों के नाम लिखो, जिनकी गंध तुम्हें अच्छी लगती है और किन्ही पाँच ऐसी चीजों के नाम भी | लिखो जिनकी गंध तुम्हें अच्छी नहीं लगती?
उत्तर:

इनकी गंध अच्छी लगती है। इनकी गंध अच्छी नहीं लगती है।
फूलों की कचरे की
खाने की गोबर की
इत्र की नाले की
अगरबत्ती की सड़ी हुई मछली की
ताजी हवा की। मूत्र की

प्रश्न 5.
क्या तुम्हारे सभी साथियों के उत्तर: एक से हैं?
उत्तर:
हाँ, हमारे सभी साथियों के उत्तर: एक जैसे हैं।

एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 5) करके देखो
प्रश्न 1.
क्या तुम अपने घर के लोगों के कपड़े सँघकर बता सकते हो कि कपड़े किसके हैं? किन्हीं दो लोगों के कपड़े सँघकर पहचानो।
उत्तर:
नहीं। मैं अपने परिवार के सदस्य के कपड़े सँधकर नहीं पहचान सकता हूँ।

सोचो और चर्चा करो

प्रश्न 1.
सुशीला ने अपनी बेटी की पौटी साफ करते समय तो मुँह नहीं बँका, लेकिन दीपक की पौटी साफ करते समय उसने मुँह बँक लिया। ऐसा क्यों?
उत्तर:
जब हम ये सोचते हैं कि कोई वस्तु गंदी है तो हमें गंध आती है। इसलिये सुशीला ने अपनी बेटी की पौटी साफ करते समय मुँह नहीं ढंका जबकि अपने बेटे की पौटी साफ करते समय सुशीला ने अपना मुँह बँक लिया।

प्रश्न 2.
जब तुम कूड़े के ढेर के पास से गुजरते हो, वहाँ की गंध तुम्हें कैसी लगती है? उस बच्चे के बारे में सोचो जो दिन में कई घंटे इसी कचरे के ढेर में से चीजें बीनता है।
उत्तर:
जब हम कूड़े के ढेर के पास से गुजरते हैं तो वहाँ की गंध हमें बहुत ही बदबूदार लगती है। जो बच्चा कूड़े की ढेर से चीजें बीनता है उसका दिमाग उस गंध का अभ्यस्त हो जाता है इसलिये उसे गंध से दिक्कत नहीं होती है।

प्रश्न 4.
क्या गंध का अच्छा या बुरा होना सभी के लिए एक जैसा ही होता है या इस पर हमारी सोच का असर भी पड़ता है?
उत्तर:
अच्छा गंध सभी को अच्छा लगता है तथा खराब गंध सभी को खराब लगता है। परंतु सोच का भी असर गॅध पर पड़ता है।

एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 6)
प्रश्न 1.
किसी ऐसे पक्षी का नाम लिखो जिसकी आँखें सामने की तरफ होती हैं?
उत्तर:
उल्लू।

प्रश्न 2.
ऐसे कुछ पक्षियों के नाम लिखो जिमकी आँखें सिर के दोनों तरफ होती हैं। इन पक्षियों की आँखों का आकार उनके सिर की तुलना में कैसा होता है?
उत्तर:
कौआ, कबूतर, चील तथा गौरैया की आँखें सिर के दोनों तरफ होती है। इनकी आँखें सिर की तुलना में बहुत छोटी होती हैं।

प्रश्न 3.
क्या तुम बिना गर्दन घुमाए अपने साथी के एक्शन को देख पाते हो?
उत्तर:
मैं बिना गर्दन घुमाए अपने साथी के एक्शन को नहीं देख पाता हूँ।

प्रश्न 4.
अब दोनों आँखें खोलकर बिना गर्दन घुमाए दाईं तरफ खड़े साथी के एक्शन को देखो।
उत्तर:
बिना गर्दन घुमाए अपनी दोनों आँखों से मैं अपने दाईं तरफ खड़े साथी के एक्शन को देख सकता हूँ।

प्रश्न 5.
दोनों तरीकों से देखने पर क्या अंतर पाया।
उत्तर:
एक तरीके में मैं बिना गर्दन घुमाए साथी के एक्शन को नहीं देख पाता हूँ जबकि दूसरे तरीके में मैं बिना गर्दन घुमाए ही अपने साथी के एक्शन को देख पाता हूँ।

एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 7)
प्रश्न 1.
अब गेंद या छोटा सिक्का उछालकर पकड़ने का खेल खेलो। एक बार दोनों आँखें खोलकर और एक बार एक आँख । बंद करके। किस स्थिति में उसे पकड़ना आसान लगा?
उत्तर:
दोनों आँखें खोलकर गेंद और सिक्का पकड़ना आसान होगा।

प्रश्न 2.
सोचो, अगर पक्षियों की तरह तुम्हारी आँखें तुम्हारे कान की जगह होतीं तो कैसा होता? तुम ऐसे क्या-क्या काम कर पाते, जो अभी नहीं कर पाते हो?
उत्तर:
अगर पक्षियों की तरह हमारी आँखें भी हमारे कान की जगह होती तो हम भी बिना गर्दन घुमाये चारों तरफ देख | पाते।

प्रश्न 3.
क्या तुम सोच सकते हो, जमीन पर पड़ी हुई एक रोटी किसी चील को कितनी दूरी से दिखाई दे जाती होगी?
उत्तर:
जमीन पर पड़ी हुई एक रोटी किसी चील को एक से दो किलोमीटर की दूरी से दिखाई दे जाती है।

एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 8)
प्रश्न 1.
दस जानवरों के नाम लिखो जिनके कान दिखते हैं।
उत्तर:
गाय, हाथी, कुत्ता, बकरी, घोड़ा, ख़रगोश, भैंस, हिरण, बिल्ली तथा गधा इत्यादि।

प्रश्न 2.
कुछ जानवरों के नाम लिखो, जिनके बाहरी कान हमारे बाहरी कानों से बड़े होते हैं?
उत्तर:
हाथी, खरगोश, चूहा, गाय आदि के कान हमारे बाहरी कानों से बड़े होते हैं।

प्रश्न 3.
तुम्हें क्या लगता है? क्या जानवरों के कान के आकार और उनके सुनने की शक्ति में कुछ संबंध होता है?
उत्तर:
जानवरों के कान के आकार और उनके सुनने की शक्ति में बहुत गहरा सम्बन्ध होता है, जिन जानवरों के कान बड़े होते हैं उनके सुनने की क्षमता अधिक होती है। करके देखो

प्रश्न 4.
स्कूल में कोई शांत जगह ढूंढो। वहां एक बच्चा धीरे से बोले तथा बाकी बच्चे उसे ध्यान से सुनें। कहो कि बच्चा फिर से उतनी ही धीरे बोले। इस बार बाकि बच्चे अपने कानों के पीछे अपने हाथों को रखकर सुनें। किस बार आवाज ज्यादा साफ सुनाई दी? अपने साथियों से भी पता करो।
उत्तर:
हाथों को कान के पीछे रखकर आवाज ज्यादा साफ सुनाई देती है।

प्रश्न 5.
तुम अपने कानों पर हाथ रखकर कुछ बोलो। अपनी ही आवाज सुनाई देती है न?
उत्तर:
हाँ, मुझे अपनी ही आवाज सुनाई देती है।

एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 9)
प्रश्न 1.
एक बार डेस्क को बजाओ। कैसी आवाज आती है?
उत्तर:
डेस्क बजाने पर ठूक-दूक की आवाज सुनाई देती है।

प्रश्न 2.
अब जैसे चित्र में दिखाया है वैसे ही डेस्क पर कान लगाओ। एक बार फिर अपने हाथ से डेस्क बजाओ। कैसी आवाज आती है? क्या दोनों आवाजों में कुछ अंतर है?
उत्तर:
डेस्क पर कान लगाकर डेस्क बजाने पर आवाज जोर से सुनाई देती है।

एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 10)
प्रश्न 1.
क्या तुम कुछ जानवरों की आवाजें समझ सकते हो? किस-किस की?
उत्तर:
मैं किसी भी जानवर की आवाज नहीं समझ सकता हूँ।

प्रश्न 2.
क्या कुछ जानवर तुम्हारी भाषा भी समझ सकते हैं? कौन-कौन से?
उत्तर:
हाँ, केवल कुछ पालतू जानवर ही हमारी भाषा समझ सकते हैं। जैसे कुत्ता, बन्दर, तोता।।

प्रश्न 3.
क्या तुमने कभी ध्यान दिया है कि सर्दियों के दिनों में अचानक ही छिपकलियाँ कहीं गुम हो जाती है। सोचो, वे ऐसा क्यों करती होंगी?
उत्तर:
हाँ, मैंने ध्यान दिया है सर्दियों में अचानक छिपकलियाँ गुम हो जाती हैं। वे लम्बी गहरी नींद में चली जाती हैं।

एन.सी.ई.आर.टी. पाठ्यपुस्तक (पृष्ठ संख्या 11)
प्रश्न 1.
चित्र में कुछ जानवरों के सोने के समय को दिखाया गया है। हर चित्र के नीचे लिखो कि जानवर एक दिन में कितने घंटे सोता है।
NCERT Solutions for Class 5 पर्यावरण अध्ययन Chapter 1 कैसे पहचाना चिंटी ने दोस्त को 1
उत्तर:

गाय-4 घंटे अजगर-18 घंटे जिराफ-2 घंटे बिल्ली-12 घंटे

प्रश्न 2.
अपने आस-पास जानवरों को देखकर क्या तुम्हारे मन में कुछ प्रश्न उठते हैं? कौन-से? कोई दस प्रश्न बनाओ और लिखो।
उत्तर:
हाँ, हमारे आस-पास जानवरों को देखकर हमारे मन में बहुत सारे प्रश्न उठते हैं। जो निम्नलिखित हैं
(क) क्या जानवर आपस में बात करते हैं?
(ख) क्या वे हमारी भाषा समझते हैं?
(ग) वे रात में क्या करते हैं?
(घ) क्या वे रंगों को पहचानते हैं?
(च) वे अपने भोजन को कैसे पहचानते हैं?
(छ) वे अपने दुश्मनों को कैसे पहचानते हैं?
(ज) वे दर्द महसूस करते हैं कि नहीं?
(झ) वे अपने बच्चों को प्यार करते हैं कि नहीं?
(ट) वे अपना दोस्त कैसे बनाते हैं?
(ठ) जब उनके बच्चे घायल होते हैं तो वे क्या करते हैं?

NCERT Solutions for Class 5 पर्यावरण अध्ययन